एग्रिनेशन न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली. 12 अप्रैल 2018
पिछले एक सप्ताह से हो रही आधी और बारिश गेहूं, सरसों, आम और लीची आदि फसलों के लिए आफत बन गई। किसानों को भारी नुकसान हुआ है। पावर कारपोरेशन को भी आधी और बारिश से भारी नुकसान पहुंचा है। कई स्थानों हाईटेंशन की लाइन में ब्रेकडाउन आ गया, तो काफी स्थानों पर तार और पोल टूटने की सूचना है। आधी में छोटे होर्डिंग और बैनर आदि उड गये और काफी स्थानों पर पेड भी टूटकर गिरे है। आधी और ओला पड़ने से उत्तर-मध्य भारत के बड़े हिस्से में किसानो का तैयार फसल बरबाद हो गया हैं।
मौसम खराब होने पर किसानों के चेहरे उतर गये। गेहूं और सरसों की फसल पक कर तैयार है और ग्रामीण क्षेत्र में गेहूं और सरसों की फसल की कटाई भी शुरू हो गई। ऐसे में आयी आधी और बारिश से किसानों को भारी नुकसान हुआ है। खेतों में खड़ी गेहूं की फसल आधी में गिर गई है। वहीं आम और लीची का मौल भी झड़ गया है। आधी के कारण ग्रामीण क्षेत्र में पेड टूटकर गिरने से भारी नुकसान हुआ है। शहरी क्षेत्र में छोटे होर्डिंग और बैनर आदि उड गये।
आंधी के कारण पेड़ों से आम टूट कर जमीन पर गिरा है। बौर भी झड़ गया है। बारिश से फसल को नुकसान हुआ है। इससे फफूंदीजनक रोग लगने की आंशकी बढ़ गई है। बाग स्वामियों का कहना है जो आम टूटा है वह आचार, चटनी में काम नहीं आएगा, क्योंकि अभी आम बहुत छोटा है। बीस फीसदी से अधिक आम की फसल को आंधी बारिश से क्षति बताई जा रही है।