एग्रीनेशन न्यूज़ नेटवर्क
लखनऊ. 31 मई 2018
उत्तर प्रदेश सरकार के प्रमुख सचिव कृषि ने बुन्देलखण्ड में जैविक खेती करने वाले किसानों के लिए अलग से बाजार उपलब्ध कराए जाने की घोषणा किया / उन्होंने कहा कि देहरादून की तर्ज पर यहां भी हम बाजार बना सकते है। जो जिला सबसे पहले इसके लिए हमें नगर निगम या नगर पालिका की भूमि उपलब्ध कराएगा, वहां पर हम बाजार का निर्माण करेंगे। जिससे किसानों को उपज का मूल्य बेहतर प्राप्त हो सकेगा।
प्रमुख सचिव कृषि अमित मोहन प्रसाद ने खरीफ गोष्ठी के दौरान कहा कि बुन्देलखण्ड में कई किसान जैविक खेती की ओर बढ़ रहे है। वहीं आम लोग भी रासायनिक खेती के उत्पादों की जगह जैविक खेती के उत्पादों को खरीदना चाहते है, लेकिन अलग से न तो किसानों के लिए कोई स्थल है और न ही आम लोगों के लिए। जिसकी शुरूआत बुन्देलखण्ड में करना चाहते है। जिसके लिए नगर विकास प्रमुख सचिव को पत्र लिखा गया है और भूमि मांगी है।
उन्होंने कहा कि 500 से 1 हजार वर्गमीटर की भूमि मिलने पर वहां पर अलग से जैविक खेती द्वारा पैदा किए जा रहे फसलों के उत्पादों को बेचा जा सकेगा। जिसमें किसानों को किसी तरह का शुल्क नहीं देना होगा। उन्होंने कहा कि हम फंड की व्यवस्था कर लेंगे। जिससे आगे्रनिक ग्रुप और पेस्टीसाइट में खेती करने वाले किसान सामान की बिक्री करेंगे। बताय देहरादून में इसी तरह का अलग से बाजार लगता है। बुन्देलखण्ड से जो भी जिला पहले आवेदन भेजेगा वहां कार्य शुरू करा देंगे।
उन्होंने कहा कि किसानों को बिक्री के लिए मंडी अधिनियम में बदलाव किया। जिससे किसान कहीं भी अपने उत्पाद बेचने के लिए स्वतंत्र है। खेत से भी उत्पाद सीधे बेचने के लिए कानूनी रूप दे दिया। जिससे बाजार आपके घर आ सके।
फसलों की पैदावार एक तरह की नहीं अलग अलग तरह करने की सलाह दी। ताकि रेट एकदम से न गिरे। उन्होंने फल फूल और मसालों की खेती की सलाह दी।
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