एग्रीनेशन न्यूज़ नेटवर्क
पटना. 2 जुलाई 2018
बिहार कृषि विश्वविद्यालय में अब सिर्फ भारत के ही नहीं बल्कि अब विभिन्न देशों के छात्र एक साथ पढ़ सकेंगे। इसके लिए बीएयू सीट बढ़ाने पर विचार कर रहा है। इसके अलावा चार अन्य देशों से तकनीक का आदान-प्रदान भी किया जाएगा। इसके लिए बीएयू ने विदेश मंत्रालय से रजिस्ट्रेशन और अन्य प्रक्रिया को पूरा करने का काम शुरू कर दिया है।
चार देश सूडान, यूक्रेन, बहरीन और मेक्सिको में भारत के राजदूत बिहार आए थे। इनके साथ बीएयू के कुलपति डा. ए के सिंह, प्रसार शिक्षा निदेशक डा. आर के सोहाने ने मुलाकात की। वहां के राजदूतों ने प्रस्ताव दिया कि उन देशों के छात्र बीएयू में डिग्री और शॉर्ट टर्म कोर्स में नामांकन लेना चाहें तो कैसे संभव हो सकता है। इसपर कुलपति ने बताया कि वे लोग देखेंगे कि सीट को बढ़ाने के लिए क्या प्रावधान है। इसमें आईसीएआर की अनुमति या अन्य क्या उपाय किए जा सकते हैं ताकि वहां के छात्र यहां पढ़ सके। डा. आरके सोहाने ने बताया कि अभी उनके यहां उद्यान कॉलेज छोड़ कर सभी कॉलेजों में यूजी के लिए 60-60 सीटें हैं। अब देखना होगा कि किस प्रावधान के तहत कितनी सीटें बढ़ाई जा सकती हैं।
तकनीकों का होगा आदान-प्रदान
बीएयू उक्त देशों के साथ तकनीक का आदान-प्रदान भी करेगा। इसके लिए विदेश मंत्रालय में इंडियन टेक्निकल एंड इकोनामिक कॉपरेशन प्रोग्राम के लिए रजिस्ट्रेशन कराना होगा। इसके बाद ही यहां की तकनीक वहां के शिक्षक और छात्रों को और वहां की तकनीक यहां ले सकेंगे। कौशल युवा प्रोग्राम के तहत भी वहां के छात्रों को प्रशिक्षण दिया जा सकेगा। इसके लिए शिक्षक और छात्र यहां आ सकेंगे।
निर्यातकों को चिन्हित करेगा बीएयू
बिहार के उत्पादों को इन देशों में निर्यात करने के लिए प्रयास शुरू हो गया है। इसमें बीएयू वैसे निर्यातकों को चिन्हित करेगा जो यहां से निर्यात कर सकते हैं। इसकी सूची बनाकर वह सरकार को देगा।
———————————————————————————————————————————-